हमारी संस्कृति, हमारी आस्था हमें विश्व कल्याण के इन संकल्पों का हौसला देती है। भारत इस दिशा में ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास’ के मंत्र पर काम कर रहा है।

मुझे विश्वास है कि अबू धाबी के मंदिर की मानवीय प्रेरणा हमारे इन संकल्पों को ऊर्जा देगी, उन्हें साकार करेगी।

मंदिर उद्घाटन के बाद पीएम मोदी का संबोधन, कहा-‘UAE की धरती ने इतिहास रचा, मानवीय इतिहास का स्वर्णिम इतिहास रचा, मंदिर के पीछे सालों पुराना सपना जुड़ा, अबू धाबी में भव्य और दिव्य मंदिर का लोकार्पण, आज वर्षों पुराना सपना पूरा हुआ, मंदिर वैश्विक एकता का प्रतीक बनेगा, मंदिर सांप्रदायिक सौहार्द का प्रतीक है, UAE के राष्ट्रपति का सर्वाधिक सहयोग, करोड़ों भारतवासियों का दिल जीत लिया, राष्ट्रपति अल नाहयान की उदारता अप्रतीम, नाहयान के लिए धन्यवाद शब्द छोटा’S

अबु धाबी का ये विशाल मंदिर केवल एक उपासना स्थली नहीं है। ये मानवता की सांझी विरासत का प्रतीक है।

ये भारत और अरब के लोगों के आपसी प्रेम का भी प्रतीक है। इसमें भारत और UAE के रिश्तों का एक आध्यात्मिक प्रतिबिंब है।