जयपुर: भजनलाल सरकार का लेखानुदान पेश हो रहा है. वित्त मंत्री दीया कुमारी लेखानुदान-2024-25 पेश कर रहीं है. राज्य सरकार के पास 589,781 करोड़ का कर्ज भार है. प्रति व्यक्ति 70800 रुपये का कर्ज है. मेट्रो लाइन का विस्तार होगा. GSDP में 30 फीसदी हिस्सा कृषि और अलाइड को, 5 हजार से ज्यादा सोलर प्लांटों को लगाने का लक्ष्य है. 70 हजार पदों पर भर्तियों की घोषणा की गई. युवा साथी केन्द्रों की स्थापना का प्रस्ताव है. इसमें दस हजार करोड़ रुपये खर्च होंगे. हर संभाग में रोजगार मेले लगेंगे. वार्षिक भर्ती परीक्षा कैलेण्डर जारी होगा.
जयपुर के निकट होगी हाइटेक सिटी विकसित:
दीया कुमारी ने कहा कि जयपुर के निकट हाइटेक सिटी विकसित होगी. वर्ल्ड क्लास सिटी के अनुरूप सुविधा मिलेंगी. राजस्थान में होंगी 70 हजार पदों पर भर्तियां होगी. पूर्ववर्ती सरकार के पेपर घोटाले पर वित्त मंत्री ने कटाक्ष किया. साथ ही कहा कि हम आगामी दिनों में 70 हजार भर्तियां करेंगे. दीया कुमारी ने कहा कि सौर ऊर्जा के लिए राजस्थान में पीएमयू का गठन कर घरों पर 5 लाख से अधिक सोलर यूनिट का गठन किया जाना प्रस्तावित, इससे प्रतिमाह 300 यूनिट तक निशुल्क बिजली मिल सकेगी. बड़े शहरों के लिए 500 इलेक्ट्रिक बसें शुरू की जाएंगी. दीया कुमारी ने कहा कि अब राजस्थान में डबल इंजन की सरकार है, यहां किसी भी तरह की कमी नहीं आने दी जाएगी. आधार भूत सुविधाओं के साथ शिक्षा और स्वास्थ्य पर भी जोर दिया जाएगा. हमारी सरकार ने समस्त गरीब परिवारों की महिलाओं को 450 रुपए में एलपीजी देकर 73 लाख परिवारों को राहत दी है.
श्रीअन्नपूर्णा रसोई के माध्यम से गरीबों को भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है. 1000 करोड़ रुपए विद्यालय और महाविद्यालय के लिए दिए गए हैं. दीया कुमारी ने घोषणा करते हुए कहा कि राजस्थान में सड़कों के निर्माण के लिए स्टेट रोड फंड में 1500 करोड़ रुपए का अतिरिक्त प्रावधान किया गया है. उदय योजना में 62, 400 करोड़ रुपए का ऋण भार टेकओवर किया था. अब पिछली सरकार के कुप्रबंधन के चलते बिजली कंपनियों पर 1 लाख 39 हजार करोड़ रुपए का ऋण भार हो गया है. बिजली कंपनियों के लिए बिजनेस प्लान बनाया जाएगा.
आपको बता दें कि राजस्थान सरकार आज विधानसभा में अपना पहला अंतरिम बजट पेश कर रही हैं. वित्त और उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी ने वोट ऑन अकाउंट पढ़ना शुरू कर दिया है. इस दौरान उन्होंने कहा कि हमें विरासत में बहुत बढ़ा कर्ज भार मिला है. पंजाब के बाद राजस्थान का कर्ज सर्वाधिक है. राजसथान में संभावित 70, 800 रुपए प्रति व्यक्ति कर्ज है. पिछली सरकार में 2 लाख 24 हजार 392 करोड़ के ऋण में से 93 हजार 577 करोड़ रुपए का पूंजीकत व्यय किया गया. पिछली सरकार ने बिना आर्थिक प्लानिंग के घोषणा की. इस पर विपक्षी विधायकों ने हंगामा शूरू कर दिया.