पूर्व सांसद ओंकार सिंह लखावत को राजस्थान धरोहर प्राधिकरण का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। राजस्थान सरकार ने इस नियुक्ति के लिए आदेश जारी किया है। इसके साथ ही जल्द ही विभिन्न बोर्ड, आयोगों और प्राधिकरणों में भी नये नियुक्तियां होने की संभावना है। ओंकार सिंह लखावत को इस पद की जिम्मेदारी सौंपने के बाद वे धरोहरों के संरक्षण और विकास के कार्यों में लगेंगे।

राजस्थान में सत्ता परिवर्तन के बाद से ही विभिन्न बोर्ड और आयोगों को बंद कर दिया गया था। इसके पश्चात पूर्व सांसद ओंकार सिंह लखावत को राजस्थान धरोहर प्राधिकरण की कमान सौंपी गई है। इससे पहले भी वसुंधरा राजे के काल में वे इस प्राधिकरण के अध्यक्ष पद पर रह चुके हैं।

राजस्थान धरोहर प्राधिकरण का मुख्य उद्देश्य राजस्थान के महत्वपूर्ण सांस्कृतिक और ऐतिहासिक स्मारकों की संरक्षा, संवर्धन और प्रशासनिक व्यवस्था का आयोजन करना है। यह प्राधिकरण धरोहरों के विकास और प्रबंधन के लिए विभिन्न योजनाओं का निर्माण करता है और इनकी सुरक्षा और बचाव के लिए आवश्यक कदम उठाता है।

ओंकार सिंह लखावत के नेतृत्व में राजस्थान धरोहर प्राधिकरण अपने कार्यों को नई गति और ऊंचाईयों तक ले जाएगा। उनका अनुभव और नेतृत्व प्राधिकरण को धरोहरों के संरक्षण एवं विकास के क्षेत्र में नई दिशा प्रदान करेगा।

इस नये नियुक्ति से राजस्थान के संरक्षण क्षेत्र में नयी ऊर्जा आएगी और ऐतिहासिक महत्वपूर्ण स्मारकों को संरक्षित रखने का कार्य भी सुचारू रूप से चलेगा।